विधानसभा अध्यक्ष ने किसान नेता पंडित यदुनंदन शर्मा की जीवनी पर आधारित पुस्तक का किया लोकार्पण
बिहार विधान सभा अध्यक्ष श्री नंद किशोर यादव ने अपने कार्यालय कक्ष में सोमवार को किसान नेता रहे पंडित यदुनंदन शर्मा की जीवनी पर आधारित पुस्तक का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि पंडित यदुनंदन शर्मा ने जमींदारी उन्मूलन में बड़ी भूमिका निभायी थी।
मौके पर मौजूद अमेरिकी दूतावास के पूर्व राजनीतिक सलाहकार और कई पुस्तकों के लेखक कैलाश चंद्र झा ने किसान आंदोलन पर विस्तार से प्रकाश डाला। श्री झा ने बताया कि पंडित यदुनंदन शर्मा स्वामी सहजानंद सरस्वती के राइट हैंड कहे जाते थे। रेवाड़ा किसान सत्याग्रह की तो पूरी बागडोर यदुनंदन शर्मा ने ही सम्भाल रखी थी। नवादा जिले के रेवाड़ा में हुए उस किसान सत्याग्रह की गूंज पूरे देश में गई थी।
अरवल विधायक महानंद जी ने कहा कि यदुनंदन शर्मा की जीवनी से आज भी उन्हें प्रेरणा मिलती है। उनके आदर्शों को अपनाते हुए कई सामाजिक आंदोलन को सफल बनाया।
विधानसभा अध्यक्ष के कक्ष में आयोजित इस लोकार्पण समारोह का संचालन करते हुए पंडित यदुनंदन शर्मा सेवा आश्रम ट्रस्ट के सचिव डॉ उज्ज्वल ने नियामतपुर आश्रम बेलागंज, गया की महता पर प्रकाश डाला। साथ ही विधानसभा अध्यक्ष को आश्रम से संचालित होनेवाली पूर्व की गतिविधियों से रूबरू कराया। सीताराम सेवा आश्रम, बिहटा के सचिव और ख्यातिप्राप्त चिकित्सक डॉ सत्यजीत सिंह ने सहजानंद सरस्वती और पंडित यदुनंदन शर्मा को एक दूसरे का पूरक कहा।
पुस्तक के लोकार्पण के बाद उनके चित्र पर विधानसभा अध्यक्ष समेत कक्ष में मौजूद सभी लोगों ने पुष्पांजलि दी।
पुस्तक के लोकार्पण को लेकर आश्रम से जुड़े लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल भी विधासभा अध्यक्ष से मिलने पहुंचा था। इनमें आश्रम के मार्गदर्शक सरोज शर्मा, अध्यक्ष रविशंकर कुमार, कुणाल शर्मा, भाजपा नेता मुकेश कुमार, लेखक और पत्रकार पुष्पराज और रविशंकर उपाध्याय शामिल रहे।