बिहार के मोतिहारी में शराब तस्करी के आरोपी रंजीत गुप्ता के घर पर पुलिस ने कुर्की की कार्रवाई की गई
मोतिहारी: एक समय था जब शराब तस्करी के आरोपी रंजीत गुप्ता इलाके में ताकतवर और प्रभावशाली शख्सियत थे. उनका रसूख इतना बढ़ चुका था कि उनकी पत्नी नीतू गुप्ता जिला पार्षद बन चुकी हैं, और रंजीत गुप्ता एक राजनेता के करीबी माने जाते थे. लेकिन अब वक्त बदल चुका है. पुलिस ने रंजीत गुप्ता के घर पर दबिश दी और उनकी गिरफ्तारी की कोशिश की. हालांकि, रंजीत गुप्ता घर पर नहीं थे, लेकिन उनकी पत्नी नीतू गुप्ता घर पर मौजूद थीं.
पुलिस ने रंजीत गुप्ता को आत्मसमर्पण करने के लिए 20 मिनट का समय दिया, लेकिन रंजीत ने आत्मसमर्पण नहीं किया. इसके बाद पुलिस ने उनके घर पर कुर्की की कार्रवाई शुरू कर दी. रंजीत गुप्ता और उनके परिवार के खिलाफ शराब और ड्रग्स के करीब दो दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं. रंजीत के बड़े भाई प्रदीप गुप्ता भी एनटीपीएस मामले में सजा काट चुका है, जबकि उनका छोटा भाई हाल ही में शराब कांड में जेल से बाहर आया है
पुलिस की कार्रवाई में सदर डीएसपी जितेश पांडेय और चकिया डीएसपी सतेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में रंजीत गुप्ता के घर की कुर्की की कार्रवाई की गई. पुलिस ने यह भी बताया कि रंजीत गुप्ता के खिलाफ शराब तस्करी के कई मामले दर्ज हैं और वह फरार चल रहे हैं. एसपी के आदेश पर रंजीत गुप्ता के घर पर 24 नवंबर 2024 को इश्तहार भी चिपकाया गया था, लेकिन वह समय पर समर्पण नहीं किया. इसके बड़े भाई प्रदीप गुप्ता पर भी कई थानों में करीब आधा दर्जन मामले दर्ज हैं. जो स्मैक कांड के एक मामले में दिल्ली के जेल से सजा काट कर निकला है. वह भी अभी फरार चल रहा है. हालांकि पुलिस उसकी भी खोज कर रही है. पुलिस ने बताया कि पीपराकोठी सहित जिले के कई थाना क्षेत्र में इन तस्करों का सिंडीकेट चलता है.