Bihar: प्रशांत किशोर समेत 600-700 लोगों के खिलाफ FIR; BPSC अभ्यर्थियों को भड़काने के साथ ही ये आरोप भी लगे
बीपीएससी परीक्षा रद्द कराने की मांग पर आंदोलन कर रहे छात्रों के बीच से जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर भले गायब हो गए, लेकिन प्रतिबंधित स्थल पर प्रदर्शन-उपद्रव के केस में वह फंस गए हैं।
अभ्यर्थियों को उकसाने और विधि–व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करने का लगा है आरोप
प्राथमिकी के संबंध में जिला प्रशासन का कहना है कि 28 दिसंबर को 05:30 बजे शाम में जन सुराज पार्टी ने पटना के गांधी मैदान स्थित गांधी मूर्ति के सामने छात्र संसद के आयोजन की सूचना जारी की थी। कुछ घंटों के बाद पटना जिला प्रशासन ने नियमानुसार अस्वीकृत करते हुए आवेदक को ससमय सूचित कर दिया था। प्रशासन का आरोप है कि सूचना देने के बाद भी 29 दिसंबर 2024 को प्रशांत किशोर ने गांधी मूर्ति के समीप अनधिकृत रूप से भीड़ को इकट्ठा कर उन्हें उकसाया और विधि–व्यवस्था की समस्या उत्पन्न की। जिला प्रशासन का यह भी आरोप है कि प्रदर्शनकारियों के साथ प्रशांत किशोर ने जेपी गोलंबर तक बिना अनुमति के जुलूस निकाला और सड़क जाम किया। इतना ही नहीं वहां पर कर्तव्य पर मुस्तैद दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों के साथ धक्का–मुक्की भी की। इन लोगों पर यह भी आरोप है कि भीड़ नियंत्रण के लिए प्रशासन द्वारा लगाए गए लाउड स्पीकर को भी इनलोगों ने क्षतिग्रस्त किया। प्रशासन के द्वारा बार–बार अनुरोध करने के बाद भी इन लोगों ने प्रशासन के दिशा–निदेशों का उल्लंघन करते हुए लोक व्यवस्था को भंग किया।
जिला प्रशासन का कहना है कि अंत में लगभग 100 की संख्या में लोग जेपी गोलंबर से हटने को तैयार नहीं थे। इसलिए प्रशासन के द्वारा पानी की बौछार और हल्का बल प्रयोग कर इन्हें हटाया गया और स्थिति को सामान्य किया गया। अनधिकृत रूप से भीड़ को इकट्ठा करने, लोगों को उकसाने और विधि–व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करने के आरोप में 21 नामजद एवं 600 से 700 अज्ञात लोगों के विरुद्ध गांधी मैदान थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। कानून-व्यवस्था को भंग करने के विरुद्ध सख़्त कार्रवाई की जाएगी।
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